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29 Aug 2021 · 1 min read

बंदगी हम का करीं

दिल दुखा के बा मिलल तहके खुशी हम का करीं
दर्द में डूबल रहेला जिंदगी हम का करीं

कोठरी अंधेर के अब हो गइल आदत सनम
आस ना बाटे मिलन के रोशनी हम का करीं

रात-दिन सोचीले तहके माफ ना करिहें खुदा
ध्यान में बस तू रहेलू बंदगी हम का करीं

हम न कहियो दिल से तहके एक पल कइनी जुदा
हमके तू कहते रहेलू अजनबी हम का करीं

रात पूनम के हवे ‘आकाश’ जगमग ई जहाँ
ना मिले दिलदार तऽ ई चाँदनी हम का करी

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- २९/०८/२०२१

370 Views
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