Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jul 2021 · 1 min read

नवरातन में बकरा…

नवरातन में बकरा…

गइली दुर्गा अउरी उनकर बघवो भागि पराइल
नवरातन में बकरा काटे जब लोग मन्दिर आइल
कहलसि बघवा हे देवी हम त तहरे अंश हईँ
बाघ तरे बा रूपवा बाकिर ना बाघे के वंश हईँ
हम त एगो बिम्ब हईँ ना कुछ खाईँ ना पीयेनी
तहरे जस हे माई हमहूँ धरम के बल पर जीयेनी
बाकिर देखऽ कइसे लोगवा करत हमेँ बदनाम हवेँ
पाप करेँ खुद बाकिर काहेँ लेत बाघ के नाम हवेँ
किसिम किसिम के अधर्मी लो बा मन्दिर पर आइल
बकरा केहू ले आइल बा कटवइयो उपराइल
मास अउर अण्डा के उँहवा दोकनियो बा लागल
येही से हे माई हमहूँ आवत बानी भागल
बाकिर समझ ना आवे हमके काहेँ ना बतलवलू ह
उबड़ खाबड़ रस्ता ध के पैदल पैदल अइलू ह
झर झर लोर झरे अखियन से बोल न मुँह से फूटेला
बाकिर मन के भाव जवन बा सगरी बघवा बूझेला
धरती जवन पवित्र रहे खूने से आजु नहाइल बा
पूजा करे आइल आ कि पाप करे सब आइल बा
मन्दिर त हमरे ह बाकिर बात सही बतलाईले
रक्तबीज से डरनी ना पर मानव से घबराईले
हमरे मन्दिर मेँ पशुवन के बलि जब लोग चढ़ावेला
लागे जइसे हमरे गरदन पर फरसा बरसावेला
येही से ये निर्जन मेँ हम भागि-परा के अइनी हँ
जाइबि ना ओइजा हम कहियो अइसन किरिया खइनी हँ

– आकाश महेशपुरी

Language: Bhojpuri
322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वर्तमान युद्ध परिदृश्य एवं विश्व शांति तथा स्वतंत्र सह-अस्तित्व पर इसका प्रभाव
वर्तमान युद्ध परिदृश्य एवं विश्व शांति तथा स्वतंत्र सह-अस्तित्व पर इसका प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
वादा  प्रेम   का  करके ,  निभाते  रहे   हम।
वादा प्रेम का करके , निभाते रहे हम।
Anil chobisa
तू ही बता, करूं मैं क्या
तू ही बता, करूं मैं क्या
Aditya Prakash
परिश्रम
परिश्रम
ओंकार मिश्र
👌👌👌
👌👌👌
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
"डूबना"
Dr. Kishan tandon kranti
पिछली भूली बिसरी बातों की बहुत अधिक चर्चा करने का सीधा अर्थ
पिछली भूली बिसरी बातों की बहुत अधिक चर्चा करने का सीधा अर्थ
Paras Nath Jha
चले ससुराल पँहुचे हवालात
चले ससुराल पँहुचे हवालात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
Ragini Kumari
"हर कोई अपने होते नही"
Yogendra Chaturwedi
*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Choose a man or women with a good heart no matter what his f
Choose a man or women with a good heart no matter what his f
पूर्वार्थ
तुम
तुम
Tarkeshwari 'sudhi'
यह उँचे लोगो की महफ़िल हैं ।
यह उँचे लोगो की महफ़िल हैं ।
Ashwini sharma
3212.*पूर्णिका*
3212.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दो दिन का प्यार था छोरी , दो दिन में ख़त्म हो गया |
दो दिन का प्यार था छोरी , दो दिन में ख़त्म हो गया |
The_dk_poetry
सब्र की मत छोड़ना पतवार।
सब्र की मत छोड़ना पतवार।
Anil Mishra Prahari
बेकारी का सवाल
बेकारी का सवाल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मुद्दा
मुद्दा
Paras Mishra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मैं गहरा दर्द हूँ
मैं गहरा दर्द हूँ
'अशांत' शेखर
फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है
फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
औलाद
औलाद
Surinder blackpen
कितने आसान थे सम्झने में
कितने आसान थे सम्झने में
Dr fauzia Naseem shad
Girvi rakh ke khud ke ashiyano ko
Girvi rakh ke khud ke ashiyano ko
Sakshi Tripathi
केहिकी करैं बुराई भइया,
केहिकी करैं बुराई भइया,
Kaushal Kumar Pandey आस
💐प्रेम कौतुक-329💐
💐प्रेम कौतुक-329💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
umesh mehra
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
KAJAL NAGAR
Loading...