Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2021 · 1 min read

जबसे तू गइलू नइहरवा (चइता)

जिनिगी भइल बा जहरवा ये गोरी
नींद नइखे आवत
जबसे तू गइलू नइहरवा ये गोरी
नींद नइखे आवत

मुसुकी लगा के बइठल पँजरा
बइठि के पँजरा मीठ मीठ झगरा
बिसरेला ना ऊ झगरवा ये गोरी-
नींद नइखे आवत
जबसे तू…

बिसरत नइखे ऊ एके में खाइल
जबसे तू गइलू भुखियो भुलाइल
रसे रसे बरसे नयनवा ये गोरी-
नींद नइखे आवत
जबसे तू…

बड़ी याद आवेला प्रेमवा के बतिया
प्रेमवा के बतिया आ फुलवा के रतिया
रही रही तरसे परनवा ये गोरी-
नींद नइखे आवत
जबसे तू…

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 20/03/2005

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तू फ़रिश्ता है अगर तो
तू फ़रिश्ता है अगर तो
*Author प्रणय प्रभात*
पद्मावती छंद
पद्मावती छंद
Subhash Singhai
बाइस्कोप मदारी।
बाइस्कोप मदारी।
Satish Srijan
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप।
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
2494.पूर्णिका
2494.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
एक लड़का,
एक लड़का,
हिमांशु Kulshrestha
तुम पर क्या लिखूँ ...
तुम पर क्या लिखूँ ...
Harminder Kaur
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
Phool gufran
💐Prodigy Love-45💐
💐Prodigy Love-45💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे  दिया......
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे दिया......
Rakesh Singh
आकांक्षा तारे टिमटिमाते ( उल्का )
आकांक्षा तारे टिमटिमाते ( उल्का )
goutam shaw
लोभ मोह ईष्या 🙏
लोभ मोह ईष्या 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पुलवामा हमले पर शहीदों को नमन चार पंक्तियां
पुलवामा हमले पर शहीदों को नमन चार पंक्तियां
कवि दीपक बवेजा
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वो कत्ल कर दिए,
वो कत्ल कर दिए,
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
शृंगारिक अभिलेखन
शृंगारिक अभिलेखन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नारी और वर्तमान
नारी और वर्तमान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
निकल गया सो निकल गया
निकल गया सो निकल गया
TARAN VERMA
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
Manoj Mahato
हकीकत
हकीकत
dr rajmati Surana
मैं इस कदर हो गया हूँ पागल,तेरे प्यार में ।
मैं इस कदर हो गया हूँ पागल,तेरे प्यार में ।
Dr. Man Mohan Krishna
गुरुवर
गुरुवर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
किस किस से बचाऊं तुम्हें मैं,
किस किस से बचाऊं तुम्हें मैं,
Vishal babu (vishu)
आजादी दिवस
आजादी दिवस
लक्ष्मी सिंह
अंतिम इच्छा
अंतिम इच्छा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"विश्व हिन्दी दिवस"
Dr. Kishan tandon kranti
हमें दुख देकर खुश हुए थे आप
हमें दुख देकर खुश हुए थे आप
ruby kumari
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
Ranjeet kumar patre
Loading...